Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
भारतीय रक्षा मंत्रालय के पास देश भर में फैली लगभग 17 लाख एकड़ भूमि है, जिसका एक बड़ा हिस्सा वर्षों से अप्रयुक्त या अवैध कब्जों में फंसा हुआ है। इन संसाधनों के उचित उपयोग और रक्षा बजट को सशक्त बनाने के लिए मंत्रालय ने एक नई योजना तैयार की है। इसके तहत अप्रयुक्त भूमि को आर्थिक लाभ में बदलकर सेना के आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास में निवेश किया जाएगा। आइए, इस योजना के विभिन्न पहलुओं को समझते हैं।
रक्षा मंत्रालय की भूमि मुख्यतः सैन्य ठिकानों, प्रशिक्षण केंद्रों, आवासीय परिसरों और रणनीतिक संरक्षित क्षेत्रों में फैली है। समय के साथ, शहरीकरण और तकनीकी बदलावों के कारण इनमें से कई भूखंडों का उपयोग घट गया है। उदाहरण के लिए:
इसके अलावा, शहरीकरण के कारण कई भूखंड अब रणनीतिक दृष्टि से अनुपयुक्त हो गए हैं, जैसे कि शहरों के बीच में स्थित पुराने प्रशिक्षण मैदान। ऐसी भूमि का रखरखाव महंगा है, और अवैध कब्जों को हटाने में भी संसाधन खर्च होते हैं।
रक्षा मंत्रालय ने इन भूखंडों के उपयोग के लिए कई विकल्प तैयार किए हैं:
भूमि के मुद्रीकरण के लिए मौजूदा कानूनों में संशोधन की आवश्यकता है। प्रमुख अधिनियमों में शामिल हैं:
यह कानून छावनी क्षेत्रों में भूमि के प्रबंधन, उपयोग, और कराधान को नियंत्रित करता है। धारा 346 के तहत रक्षा मंत्रालय को इन क्षेत्रों में नियम बनाने का अधिकार है।
इसके तहत छावनी भूमि को तीन श्रेणियों (A, B, C) में बांटा गया है, जिनके आधार पर लीज दरें और उपयोग के नियम तय होते हैं।
अवैध कब्जों को हटाने और संपत्ति की सुरक्षा के लिए प्रावधान।
हाल ही में, रक्षा मंत्रालय ने भूमि हस्तांतरण नियमों में ढील देकर सरकारी एजेंसियों और PSUs को भूमि आवंटन की प्रक्रिया सरल बनाई है। हालांकि, निजी कंपनियों को भूमि देने के लिए अभी स्पष्ट दिशा-निर्देशों की आवश्यकता है।
रक्षा मंत्रालय की यह पहल न केवल अप्रयुक्त संसाधनों का सदुपयोग है, बल्कि रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम भी है। हालांकि, सफलता के लिए नीतियों का स्पष्ट क्रियान्वयन, भ्रष्टाचार पर नियंत्रण, और स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय जरूरी है। यदि यह योजना सही ढंग से लागू होती है, तो यह भारत की रक्षा तैयारियों और आर्थिक विकास दोनों को गति देगी।