Physical Address

304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124

Return of Indian Illegal Migrants

Return of Indian Illegal Migrants: भारत में अवैध प्रवासियों की वापसी

अमेरिका द्वारा भारत को अवैध प्रवासियों को वापस भेजने की प्रक्रिया ने वैश्विक राजनीति और प्रवासन के मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए हैं। कई वर्षों से भारत से अवैध तरीके से अमेरिका जाने वाले नागरिकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। यह प्रवासी अपने बेहतर भविष्य के लिए अमेरिका पहुंचने की कोशिश करते हैं, चाहे वह वैध तरीके से हो या अवैध तरीके से। इस लेख में हम अवैध प्रवासियों के मामले, उनकी वापसी की प्रक्रिया, और इसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।

अवैध प्रवासियों का अमेरिका में प्रवेश

अवैध प्रवासियों का अमेरिका में घुसने का रास्ता अक्सर मेक्सिको या अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों के माध्यम से होता है। भारत से जाने वाले प्रवासी अमेरिका में प्रवेश करने के लिए विभिन्न जोखिमपूर्ण मार्गों का चुनाव करते हैं। इनमें कई बार लोग अपने देश के कानूनी रास्तों को नजरअंदाज करते हुए, बिना वीजा के अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं। इस प्रकार के प्रवासियों को आमतौर पर अमेरिकी सीमा सुरक्षा द्वारा पकड़ा जाता है, और इसके बाद उन्हें उनके देश में भेजने की प्रक्रिया शुरू होती है।

अमेरिका द्वारा भारत को अवैध प्रवासियों की वापसी

अमेरिका की सरकार ने अवैध प्रवासियों के लिए एक डिपोर्टेशन प्रक्रिया शुरू की है, जिसके तहत कई भारतीय नागरिकों को वापस भारत भेजा जा रहा है। अमेरिका का कहना है कि भारत के साथ उनके द्विपक्षीय समझौतों के तहत, अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजा जाएगा। यह प्रवासियों के लिए एक बड़ी समस्या है, क्योंकि भारत में इनकी वापसी के बाद उन्हें सामाजिक और कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

अमेरिका की डिपोर्टेशन प्रक्रिया

अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले प्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए एक विशेष प्रक्रिया का पालन किया जाता है। अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, इन लोगों का वापसी सफर बेहद खर्चीला होता है, क्योंकि यह प्रक्रिया सैन्य परिवहन विमान का इस्तेमाल करती है, जो अन्य सामान्य यात्रियों की तुलना में काफी महंगे होते हैं। यह डिपोर्टेशन प्रक्रिया न केवल अमेरिका, बल्कि अन्य देशों के साथ भी चल रही है, जैसे कि पोलैंड, चाइना और दक्षिण अमेरिकी देशों से भी अवैध प्रवासी वापस भेजे जा रहे हैं।

भारत का दृष्टिकोण

भारत ने इस मुद्दे पर अपनी सहमति दे दी है कि वह इन अवैध प्रवासियों को स्वीकार करेगा, खासकर उन भारतीयों को जिन्हें अमेरिका ने अवैध रूप से अपने देश में पाया है। भारत का कहना है कि अवैध प्रवासियों के मामलों में जो कानून तोड़ते हैं, उन्हें वापस भेजना कोई नई बात नहीं है। भारत सरकार के लिए इस पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आ रहा, क्योंकि यह प्रक्रिया अमेरिका द्वारा पूरी की जा रही है। हालांकि, यह एक दीर्घकालिक समाधान नहीं है, और भारत को इन मामलों को सुलझाने के लिए कानूनी और राजनैतिक तरीके से विचार करना होगा।

अवैध प्रवासियों का सामाजिक प्रभाव

भारत में अवैध प्रवासियों के वापस आने से कई सामाजिक और कानूनी मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं। इन प्रवासियों के लिए रोजगार, सामाजिक स्थिति और नागरिक अधिकारों की समस्या सामने आ सकती है। यह समस्या खासतौर पर उन नागरिकों के लिए गंभीर होगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने जीवन की शुरुआत एक नए तरीके से करना चाहते हैं। इसके अलावा, इन्हें भारतीय समाज में एक नकारात्मक दृष्टिकोण का सामना भी करना पड़ सकता है।

ट्रंप प्रशासन का दृष्टिकोण

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के मामले में एक सख्त नीति अपनाई थी। उन्होंने कई बार यह कहा था कि अमेरिका को अवैध प्रवासियों से मुक्त किया जाएगा, और इसके लिए उन्हें विभिन्न देशों में भेजा जाएगा। ट्रंप के अनुसार, यह कदम अमेरिकी समाज को सुरक्षित बनाएगा और वहां के अपराध दर को कम करेगा। उनका मानना था कि अवैध प्रवासियों को पकड़कर और उन्हें उनके देशों में वापस भेजने से अमेरिका की सुरक्षा को मजबूत किया जा सकता है।


अवैध प्रवासियों का मुद्दा वैश्विक दृष्टिकोण से एक जटिल और संवेदनशील विषय बन चुका है। अमेरिका और भारत जैसे देशों के बीच इस पर विचार-विमर्श और समझौते हो रहे हैं। जहां एक ओर अमेरिका अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के लिए सक्रिय है, वहीं भारत को भी इस स्थिति से निपटने के लिए एक ठोस रणनीति की आवश्यकता है। यह स्थिति न केवल इन प्रवासियों के जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि वैश्विक प्रवासन नीति पर भी सवाल उठाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *