Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
हाल ही में अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक तनाव ने नया मोड़ ले लिया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने के फैसले ने वैश्विक व्यापार पर गहरा प्रभाव डाला है। इसका परिणाम यह हुआ कि कनाडा ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए 50 बिलियन डॉलर मूल्य के अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगा दिए हैं। यह स्थिति केवल दो देशों के बीच की नहीं रही, बल्कि वैश्विक स्तर पर आर्थिक समीकरण बदलने लगी है।
ट्रंप प्रशासन ने 25% टैरिफ कनाडा, मैक्सिको और चीन से आने वाले कई उत्पादों पर लगा दिए। अमेरिकी सरकार का दावा है कि इन देशों से अवैध रूप से ड्रग्स जैसे कि फेंटानिल अमेरिका में भेजे जा रहे थे, जिससे अमेरिका की युवा पीढ़ी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस कारण से आर्थिक दबाव बनाने के लिए टैरिफ लगाए गए। इसके जवाब में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के नागरिकों से अपील की कि वे अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार करें और ‘मेड इन कनाडा’ उत्पादों को प्राथमिकता दें।
कनाडा की अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर अमेरिकी बाजार पर निर्भर है। ऐसे में इस प्रकार के टैरिफ से कनाडा को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अमेरिकी निर्यात में से 441 बिलियन डॉलर का व्यापार अकेले कनाडा के साथ होता है।
इस व्यापार युद्ध के चलते भारत को एक नया अवसर मिल सकता है। अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक तनाव से दोनों देशों में उत्पाद महंगे हो सकते हैं। ऐसे में भारत यदि अपने उत्पादों की गुणवत्ता और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करता है, तो वह अमेरिका और कनाडा दोनों बाजारों में सस्ती और बेहतर गुणवत्ता वाली वस्तुएं निर्यात कर सकता है।
अमेरिका और कनाडा के बीच यह व्यापार युद्ध दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित कर सकता है। हालाँकि, यह भारत के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है। अगर भारत रणनीतिक रूप से अपनी व्यापारिक नीतियों को सुधारता है और अमेरिकी व कनाडाई बाजार में अपनी जगह बनाता है, तो इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिल सकता है। ऐसे में आने वाले समय में भारत के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस मौके का कितना फायदा उठाता है।