Deva Movie Review:एक थ्रिलर जिसमें शाहिद कपूर का दमदार परफॉर्मेंस

शाहिद कपूर की नई फिल्म देवा एक जबरदस्त थ्रिलर है, जो आपको आखिर तक सीट से बांधे रखेगी। फिल्म एक पुलिस अफसर की कहानी है, जो एक गंभीर हादसे के बाद अपनी याददाश्त खो बैठता है और फिर अपनी पहचान और एक हाई-प्रोफाइल केस को सुलझाने की कोशिश करता है। निर्देशक रोशन एंड्रूज ने इस फिल्म को मसालेदार ट्विस्ट और शानदार सिनेमैटोग्राफी के साथ पेश किया है।

फिल्म की कहानी:

मुंबई पुलिस का जांबाज अफसर देव अंब्रे (शाहिद कपूर) अपने आक्रामक अंदाज और तेज दिमाग के लिए जाना जाता है। लेकिन एक रहस्यमयी घटना के बाद वह अपनी याददाश्त खो बैठता है। अब उसे अपने ही अतीत के टुकड़ों को जोड़कर यह समझना होगा कि वह कौन है और उसके खिलाफ साजिश किसने रची है। इस सफर में उसके साथ कुछ वफादार दोस्त और सहयोगी हैं, लेकिन कई दुश्मन भी हैं जो नहीं चाहते कि देव अपनी पुरानी जिंदगी की गुत्थियां सुलझा पाए।

कैरेक्टर और परफॉर्मेंस:

  • शाहिद कपूर ने एक्शन और इमोशंस का जबरदस्त तालमेल दिखाया है। उनका किरदार जितना गूढ़ है, उतना ही दमदार भी।
  • पूजा हेगड़े एक पत्रकार की भूमिका में हैं, जो देव की मदद करती है, लेकिन फिल्म में उनका किरदार सीमित है।
  • पावैल गुलाटी और प्रवेश राणा ने सहायक भूमिकाओं में अच्छा काम किया है, जो कहानी को और अधिक गहराई देते हैं।
  • कुब्रा सैत का किरदार पुलिस टीम का हिस्सा होते हुए भी ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ता।

फिल्म की खासियतें:

  1. एक्शन और थ्रिल: फिल्म की शुरुआत से लेकर अंत तक रोमांच बरकरार रहता है।
  2. याददाश्त खोने वाला एंगल: यह फिल्म को रहस्यमयी और दिलचस्प बनाता है।
  3. शानदार सिनेमैटोग्राफी: अमित रॉय की कैमरा वर्क फिल्म को विजुअली आकर्षक बनाती है।
  4. बैकग्राउंड म्यूजिक: जैक्स बिजॉय का संगीत थ्रिलर मूड को और भी दमदार बनाता है।

कमजोर कड़ियां:

  • महिला किरदारों को ज्यादा स्क्रीन स्पेस नहीं मिला है।
  • कुछ जगहों पर फिल्म की लंबाई थोड़ी अधिक महसूस होती है।
  • कोर्टरूम ड्रामा के दौरान कुछ लॉजिकल गैप रह जाते हैं।

देवा सिर्फ शाहिद कपूर के फैंस के लिए नहीं, बल्कि थ्रिलर और एक्शन फिल्मों के शौकीनों के लिए भी एक बेहतरीन ट्रीट है। अगर आप तेज़-तर्रार कहानी, दमदार एक्शन और रहस्य से भरपूर फिल्में पसंद करते हैं, तो देवा देखने लायक है।

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