वाइट हाउस में सत्ता संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन सरकार के कई फैसलों को पलट दिया है। इनमें एक महत्वपूर्ण बदलाव गाजा और मध्य-पूर्व से जुड़ा हुआ है। ट्रंप ने गाजा को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया, जिससे पूरे मध्य-पूर्व में हलचल मच गई। ट्रंप की नई प्रेस सचिव, कैरोलीन लेविट ने दावा किया कि बाइडन प्रशासन ने गाजा में कंडोम भेजने के लिए 5 करोड़ डॉलर का फंड निर्धारित किया था।
लेविट ने इसे “करदाताओं के पैसे की बर्बादी” करार दिया और आरोप लगाया कि ये पैसे सिर्फ यौन स्वास्थ्य से जुड़ी सामग्री के लिए खर्च किए गए। वहीं, बाइडन प्रशासन ने इस दावे को खारिज किया। एंड्रू मिलर, जो कि इजराइल और फिलिस्तीनी मामलों के पूर्व डिप्टी असिस्टेंट सचिव हैं, ने कहा कि यह फंड यौन स्वास्थ्य और अन्य जरूरी चिकित्सा सेवाओं के लिए था, न कि सिर्फ कंडोम के लिए।
इस बीच, अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी ने 2023 में गर्भ निरोधक उपायों के लिए 6 करोड़ डॉलर खर्च किए, जो पूरी दुनिया में वितरित किए गए, सिर्फ गाजा में नहीं।
गाजा और इजराइल के बीच संघर्ष की स्थिति को समझते हुए, यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि 2017 से हमास के लड़ाकों ने कंडोमों का इस्तेमाल विस्फोटक उपकरण बनाने में किया था, जिसे “कंडोम बम” के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार के हमलों ने इजराइल को बड़े नुकसान का सामना कराया है।
ट्रंप ने 2021 में अमेरिका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से बाहर निकलने की घोषणा की थी और विदेशी सहायता पर रोक लगा दी थी। इससे अमेरिका की विदेश नीति में महत्वपूर्ण बदलाव आया, और कई देशों में अमेरिकी सहायता की समीक्षा की गई।
इस पूरे मामले में ट्रंप की नीतियों का असर वैश्विक स्तर पर महसूस किया जा रहा है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे आने वाले दिनों में अमेरिका की मध्य-पूर्व नीति कैसे विकसित होती है।